बीजेपी नेता की जबरदस्त हुई पिटाई! यह आरोप खुद बीजेपी नेता पवन शर्मा लगा रहे हैं। दरअसल जबलपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी हैं पवन शर्मा। जिनका आरोप है कि उनको पुलिस वालों ने ही थाने ले जाकर खूब पीटा। दरअसल पवन शनिवार को अपने दोस्त के साथ नर्मदा दर्शन के लिए तिलवारा घाट जा रहे थे। लेकिन तिलवारा थाने के सामने ही पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस वालों ने उन्हें रोका और हेलमेट ना होने के कारण उनका चालान भी काट दिया।
पवन शर्मा का कहना है कि “ ये तलवारा थाने के सामने की घटना है, मैं अपने मित्र के साथ नर्मदे जी के दर्शन करने जा रहा था इस दौरान चेकिंग लगी हुई थी। थाने के सामने प्रशासन ने रोका कि उतरो कागज दिखावे दिखा, सब दिखा दिए। उनका जो लहजा था बात करने का वो थोड़ा सा बहुत अमर्यादित था, तू तू तपाट करके बात की गई। इस दौरान थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा जी जयशंकर जी और राहुल करके जो कांस्टेबल हैं उन्होंने मुझे घसीट के ले गए और खूब ताबड़तोड़ बिल्कुल जैसे जानवर को भी नहीं मारते वैसा मुझे मारे”
वही पुलिस ने पीड़ित के सभी आरोपों को निराधार बताया है उन्होंने कहा कि चेकिंग के दौरान पवन ने हेलमेट नहीं पहना था जब हमने चालान काटने की बात की तो खुद को बड़ा पदाधिकारी बताने लगा।
टीआई बृजेश मिश्रा ने बताया कि “चेकिंग के दौरान एक लड़का मोटरसाइकिल में आया और उसने अपना नाम पवन शर्मा बताया और आकर के पुलिस से ये कहने लगा कि भाई मुझे क्यों रोका गया तो उसे बताया गया कि भाई इसमें आपके वाहन के दस्तावेज और आपके पास है या नहीं है। आप हेलमेट नहीं लगाए हुए हैं? इस तरह की उसको विधिवत नियमानुसार बताया गया तो इस बात को लेकर के वो काफी आक्रोशित हो गया और अपने आप को किसी कोई पदाधिकारी बताते हुए पुलिस पर ही आरोप प्रत्यारोप करने लगा। अनावश्यक वार्तालाप वाद विवाद होते रहा तो पुलिस ने इसको थाना परिसर में लाकर के समझाइश दिया और समझाइश दे के और फिर इसका मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालानी कारवाई की गई और इसके द्वारा स्वीकार किया गया कि इसके द्वारा अनावश्यक वाद विवाद किया गया है”
फिलहाल पीड़ित लगातार पुलिस पर अपने साथ मारपीट के आरोप लगा रहा है लेकिन अब इन सभी आरोपों का पुलिस ने खंडन कर दिया है। अब सवाल यह है कि अगर पीड़ित को पुलिस ने नहीं मारा तो उसके शरीर में इतने घाव कहां से आ गए जिसके कारण अब पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है।