चम्बल की नंदिनी है सबसे कम उम्र की CA, 19 साल की उम्र में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर बनाया रिकॉर्ड

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By Mahendra Singh

चार्टर्ड अकाउंटेंट या फिर सीए। जब आप यह नाम सुनते हैं, तो एक बहुत ही डिफिकल्ट यानी कि बहुत ही कठिन परीक्षा आपके ज़हन में आती होगी। लोग सालों साल मेहनत करते हैं इस परीक्षा को पास करने के लिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश की नंदिनी अग्रवाल महज 19 साल की उम्र में इस परीक्षा को ना सिर्फ पास कर चुकी हैं बल्कि ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक लेकर आई थी। इतना ही नहीं गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज है क्योंकि वह सबसे कम उम्र की सीए हैं। कौन है नंदिनी अग्रवाल? हम आपको विस्तार से बता रहे है। 

सीए यानि एक एग्जाम होती है जिसे काफी ज्यादा डिफिकल्ट यानी कि कठिन माना जाता है। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की रहने वाली नंदिनी अग्रवाल इस परीक्षा को पास करके सुर्खियों में आई। सुर्खियों की वजह रही एआईआर यानी कि ऑल इंडिया रैंक वन लेकर आना। इसके अलावा उनकी 19 साल की उम्र। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की नंदिनी अग्रवाल भारत की सबसे खूब कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्होंने महज 19 साल की उम्र में इस एग्जाम को क्वालीफाई कर लिया था। इतना ही नहीं गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी आधिकारिक तौर पर इसको मान्यता दी है।

नंदिनी ने 13 साल की उम्र में 10वीं और 15 साल की उम्र में कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे चुकी थी। उन्होंने विक्टर कॉन्वेंट हाई सेकेंडरी स्कूल से कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद नंदिनी ने सबसे कम उम्र में सीए बनने का लक्ष्य उन्होंने तय किया और उसे भी पूरा कर लिया। नंदिनी अग्रवाल ने अपने करियर की शुरुआत में कॉर्पोरेट सेक्टर में बतौर सीए आर्टिकल ट्रेनी के रूप में अलग-अलग टीम के साथ काम किया है। 

नंदिनी अग्रवाल मध्य प्रदेश के मुरैना शहर की रहने वाली है और वो हमेशा पढ़ाई में अव्वल रही है। नंदिनी ने बीकॉम के साथ-साथ सीए की तैयारी शुरू की थी और उसमें ना सिर्फ उनको सफलता हासिल हुई बल्कि नंदिनी ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक लेकर आई। महज 19 साल की उम्र में उन्होंने सीए जैसी कठिनतम परीक्षा को ना सिर्फ पास किया बल्कि ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक लेकर आई और अपने आसपास के तमाम युवाओं के लिए फिलहाल वो प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।

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मैं एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का।