पहलगाम हमले के बाद आज बंद रहा जम्मू-कश्मीर

श्रीनगर। आतंकी हमले ने गोलियां सैलानियों पर बरसाई हैं, लेकिन जान जम्मू-कश्मीर टूरिज्म की निकल गई है। आज कश्मीरियों ने जम्मू-कश्मीर बंद ने का ऐलान किया है। स्कूल-कॉलेज, बस अड्डे, दफ्तर और बाजार बंद रहेंगे।

मेहबूबा मुफ्ती ने कहा- हमला सैलानियों पर नहीं, कश्मीरियों पर-

पूर्व सीएम मेहबूबा मुफ्ती कश्मीरियों से अपील की है कि बंद में साथ दें। कल शाम आतंक के खिलाफ श्रीनगर, उधमपुर, राजौरी, डोडा और बिलावर में कैंडल मार्च निकाला गया। नेशनल कांफ्रेंस के सज्जाद लोन ने कहा कि एकजुट होने का समय है। पूरा कश्मीर बंद कर दो। ये पहला मौका है, जब पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस इस तरह के बंद में खुल कर साथ दे रहे हैं। पीडीपी विधायक वाहिद पारा ने कहा है कि आज मेहबूबा मुफ्ती खुद सड़क पर आकर बंद का आह्वान करेंगी। उधर, जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और जम्मू बार एसोसिएशन ने दुकानें बंद करवाना शुरू कर दी हैं। मेहबूबा का कहना है कि ये हमला सैलानियों पर नहीं, बल्कि हर कश्मीरी पर है।

राहुल गांधी ने अमित शाह से बात की-

पहलगाम हमले के बाद राहुल गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला से फोन पर बात की है।

वित्त मंत्री ने भी यात्रा छोड़ी-

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अमेरिका और पेरू का दौरा बीच में ही छोड़ दिया है। वो भी देश लौट आई हैं।

हम सुरक्षित हैं, जल्द लौट आएंगे-

पहलगाम हमले में फंसे सैलानियों में टीवी एक्टर दीपिका कक्कड़ और शोएब इब्राहिम भी हैं। सोशल मीडिया के जरिये हमले को गलत बताते हुए कहा कि हम सुरक्षित हैं, जल्द लौट आएंगे। हमारी चिंता करने के लिए फैंस का धन्यवाद। पिछले कुछ दिनों से दोनों इंस्टाग्राम पर कश्मीर की तस्वीरें साझा कर रहे थे, जिसमें वो जगह भी थी, जहां हमला हुआ है।

ऑपरेशन शुरू, दिल्ली से पहुंची टीम-

घटनास्थल से एक हमलावर की तस्वीर आई है, जिसने पठानी सूट पहनी है। एनआइए ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है। दिल्ली से एनआइए की टीम कश्मीर पहुंची है। आतंकियों को पहचानने की कोशिश की जा रही है। फोरेंसिक टीम भी मौके पर है।

जनरल जीडी बक्षी ने कहा- पैसे बचाए और लोगों की जिंदगी दांव पर लगा दी

कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 27 लोगों की हत्या को लेकर रिटायर्ड जनरल बक्षी ने कहा कि पिछले तीन साल से सेना में कोई भर्ती नहीं की गई। सेना के जवानों की संख्या एक लाख 80 हजार घट गई। पैसा बचाने के लिए कश्मीर से डेढ़ लाख सैनिक हटाए गए। इस खिलवाड़ पर सवाल उठाना चाहिए। बक्षी ने कहा वजह से आतंकियों के हमले बढ़ने लगे हैं। देश की सुरक्षा सैनिक की भर्ती नहीं की गई। बक्षी ने कहा कि आपकी कोरोना महामारी की वजह से बीते तीन साल में एक भी आत्मा रोएगी कि देश की सुरक्षा को कैसे खतरे में डाल दिया गया। सेना में कटौती की जरूरत नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान आतंकी हमले कर रहा है बांग्लादेश आंखें दिखा रहा है। चीन, घुसपैठ की फिराक में है।

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वर्ष 2007 में जबलपुर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्‍ट ग्रैजुएट डिप्‍लोमा किया है। अध्‍ययन के बाद मैंने जबलपुर में एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थान में लम्बे समय तक कार्य किया। वर्तमान में मैं न्यूज़ मध्य प्रदेश डिजिटल की इंदौर कार्यालय में बतौर सीनियर सब-एडिटर कार्यरत हूं।

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