पाकिस्तान की कैद में फंसे BSF जवान के बेटे ने और पत्नी ने दिया बड़ा बयान

मेरे पापा जैसे थे वैसे ही आते हैं। कल मैं मेरे महादेव का आशीर्वाद कमा लिया। पापा से मैं प्यार भी बहुत करता हूं। मैं यही चाहता हूं मेरे पापा जैसे गए थे वैसे ही आ जाये।

ये गुहार है एक मासूम 7 साल के बच्चे की। जो अभी यह भी नहीं समझ पाया कि उसके पिता किस दर्द में हैं। बीएसएफ जवान पीके शॉ जो देश की सेवा करते हुए गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए और अब वहां की सेना की हिरासत में है। उनके बेटे आराब ने भोलेनाथ के आगे सिर झुका कर वो अर्ज़ लगाई है। जो हर भारतवासी का दिल चीर देगी। 

भगवान तुम मेरा सब कुछ ले लो किंतु मेरे पापा को मुझे वापस दे दो। देश के लिए सरहद पर डटे एक सैनिक के परिवार का यह दर्द अब हर आंख को नम कर रहा है। एक ओर पत्नी रजनी अपने पति की सलामती के लिए अधिकारियों से गुहार लगा रही है तो दूसरी ओर नन्हा आरा भगवान से प्रार्थना कर रहा है। 

पाकिस्तान सीमा में गलती से प्रवेश करने पर बीएसएफ जवान पीके शॉ को पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में ले लिया है। इसकी पुष्टि पाकिस्तानी आर्मी ने खुद एक वीडियो जारी करके दी  वीडियो जारी होने के बाद जवान के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। इस बीच बीएसएफ जवान के 7 साल के मासूम बेटे ने भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना की है। हमारी टीम ने जब बीएसएफ जवान के बेटे से बात की तो उसने कहा पापा जैसे थे वैसे ही क्या है वो? 

वहीं बीएसएफ जवान पीके शॉ  की पत्नी रजनी ने पत्रकारों से बात की है। उन्होंने कहा कि मैं तनाव में हूं क्योंकि बीएसएफ अधिकारी मुझे केवल चिंता ना करने के लिए कह रहे हैं। वहीं बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक यह घटना तब हुई जब सीमा के पास किसानों के एक समूह को ले जा रहे पीके श एक पेड़ के नीचे आराम करने के लिए चले गए और अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चली गई। वह फिरोजपुर सीमा पर बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात थी। अधिकारियों ने बताया कि शौक की रिहाई के लिए बातचीत करने के लिए भारतीय और पाकिस्तानी सीमा बलों ने फ्लैग मीटिंग भी की है।

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वर्ष 2007 में जबलपुर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्‍ट ग्रैजुएट डिप्‍लोमा किया है। अध्‍ययन के बाद मैंने जबलपुर में एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थान में लम्बे समय तक कार्य किया। वर्तमान में मैं न्यूज़ मध्य प्रदेश डिजिटल की इंदौर कार्यालय में बतौर सीनियर सब-एडिटर कार्यरत हूं।

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