साल 2025 की शुरुआत में महाकुंभ का आयोजन हुआ जो कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ और उसके बाद अब अगला महाकुंभ उज्जैन में साल 2028 में होगा और इसको सिंहस्थ कहा जाएगा। जिसकी तैयारी में प्रदेश की मोहन सरकार लगी हुई दिखाई दे रही है। उज्जैन की तस्वीर माना जा रहा है कि सिंहस्थ से पहले काफी ज्यादा बदली हुई दिखाई देगी। अगर प्रशासन की मानें तो मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थाई कुंभ सिटी बनाने का प्लान प्रशासन करता हुआ दिखाई दे रहा है।माना जा रहा है कि ₹5000 करोड़ की लागत से स्थाई कुंभ सिटी बनाई जाएगी।
2028 तक उज्जैन में स्थाई कुंभ सिटी का निर्माण होगा। 2000 हेक्टेयर से अधिक की जमीन पर कुंभ सिटी बनाई जाएगी। स्थाई कुंभ सिटी को बनाने में 5000 करोड़ की लागत लगेगी और लगभग 1800 से भी अधिक किसानों से इसके लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। उज्जैन विकास प्राधिकरण किसानों की जमीन का अधिग्रहण करेगा। वहीं किसानों को प्रदेश सरकार ज़मीन का दुगना मुआवजा देगी। जानकारी के मुताबिक कुंभ सिटी में चौड़ी सड़कें, अस्पताल, स्कूल और सुविधाओं की जो दूसरी चीजें हैं उनका निर्माण होगा।
साल 2028 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होने वाला है। सिंहस्थ को एक बड़े आयोजन के रूप में देखा जाता है जिसको लेकर मध्य प्रदेश की मोहन सरकार अभी से लगातार काम करती हुई दिखाई दे रही है। क्षिप्रा नदी के घाटों की सफाई हो रही है और नए घाटों का निर्माण हो रहा है। सिंहस्थ में लाखों लोग शिरकत करेंगे, उसके चलते भी उज्जैन नगर में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सिंहस्थ को लेकर प्रदेश की सरकार ने अलग से बजट भी पास किया है