पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत आतंकियों के खिलाफ सख्त कारवाई कर रहा है। आतंकी नेटवर्क से जुड़े हर शख्स के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है और इसी क्रम में खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली कि हमले से जुड़े कुछ संदिग्ध आतंकी भारत से कोलंबो भागने की कोशिश कर सकते हैं। इस जानकारी के सामने आते ही चेन्नई से उड़ान भरने वाली श्रीलंकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट की कोलंबो की अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच की गई। फ्लाइट में लश्कर तबा के पांच संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी का दावा किया गया था।
चेन्नई एयरपोर्ट के अधिकारियों को एक ईमेल के जरिए धमकी मिली थी जिसमें कहा गया था कि श्रीलंकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में पांच लश्कर आतंकी सवार हैं। यह धमकी ऐसे वक्त पर आई है जब देश में 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुई। आतंकी हमले के बाद से ही सुरक्षा सतर्कता पहले से बढ़ी हुई है।
यह ईमेल 11:05 पर मुख्य सुरक्षा अधिकारी को मिला था जिसमें लिखा था यूएल 122 फ्लाइट में पांच साउथ इंडियन लश्कर के ऑपरेटिव हैं। उनका प्रोफाइल एकदम साफ है। वह अच्छी तरह ट्रेन है और उन पर किसी को कोई शक नहीं होगा। हालांकि जब यह ईमेल रिसीव हुआ, फ्लाइट पहले ही रवाना हो चुकी थी। इसके बाद चेन्नई से मिली जानकारी को कोलंबो एयरपोर्ट को भेजा गया। जहां पहुंचने पर फ्लाइट की पूरी सुरक्षा जांच की गई और यात्रियों को उतारकर स्कैन किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि नहीं पाई गई और बाद में यह धमकी फर्जी साबित हुई। श्रीलंकन एयरलाइंस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि फ्लाइट की पूरी जांच की गई और बाद में इसे आगे संचालन के लिए क्लियर कर दिया गया। बयान में कहा गया यह तलाशी चेन्नई एरिया कंट्रोल सेंटर से भारत में वांटेड एक संदिग्ध के बारे में अलर्ट मिलने के बाद स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से की गई।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इस हमले के बीच आतंकी संगठन लश्कर तैबा के सहयोगी टीआरएफ का हाथ था। इस घटना के बाद से भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनैतिक संबंधों को कई स्तरों पर सीमित कर दिया। भारत ने पाकिस्तान पर कई प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया। दूसरी ओर पहलगाम आतंकी हमले की एनआईए सहित कई सुरक्षा एजेंसियों ने जांच की। सैकड़ों लोगों से पूछताछ अभी भी जारी है और आतंकियों की तलाश की जा रही है।