सर्वदलीय बैठक में ओवैसी भी होंगे शामिल, पहले पांच से कम सांसदों वाली पार्टी को नहीं बुलाया गया था

पहलगाम हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सीसीएस की बैठक के बाद अब सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। वैसे तो पूरा देश बदले की मांग कर रहा है। लेकिन इस बीच में कांग्रेस का कहना है कि 22 अप्रैल के रात को ही सर्वदलीय बैठक की मांग की गई थी जिसमें सभी पहलुओं पर चर्चा की जानी चाहिए थी। लेकिन अब सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है तो फिर इस बैठक में पांच से कम सांसदों वाली पार्टी को नहीं बुलाया गया है और इस पार्टी में ऑल इंडिया मजलिस इत्तहादुल मुस्लिमीन यानि एआईएमआईएम भी है। एआईएमआईएम के सांसद हैं असदुद्दीन ओवैसी।

ओवैसी का दावा है कि सर्वदलीय बैठक में पांच या 10 से कम सांसदों वाली पार्टियों को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है। हालांकि अभी तक सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक के बारे में कोई जानकारी औपचारिक तौर से नहीं सामने आई है कि इस बैठक में किस पार्टी को आना है किसको नहीं। 

लेकिन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया और लिखा कि पहलगाम पर सर्वदलीय बैठक के बारे में कल रात मैंने किरण रिजुजू से बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे केवल पांच या 10 सांसदों वाली पार्टियों को आमंत्रित करने के बारे में सोच रहे हैं। जब मैंने पूछा कि कम सांसदों वाली पार्टियों को क्यों नहीं? तो उन्होंने कहा कि बैठक बहुत लंबी हो जाएगी। जब मैंने पूछा कि हमारे बारे में क्या छोटी पार्टियों के बारे में क्या? तो उन्होंने मजाक में कहा कि मेरी आवाज वैसे ही बहुत तेज है। 

सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि यह बीजेपी या फिर किसी अन्य पार्टी की आंतरिक बैठक नहीं है। यह आतंकवाद और आतंकवादियों को पनाह देने वाले देशों के खिलाफ एक मजबूत और एकजुट संदेश भेजने के लिए सर्वदलीय बैठक है। प्रधानमंत्री मोदी क्या आप सभी दलों की चिंताओं को सुनने के लिए एक छोटा ज्यादा खर्च घंटा नहीं कर सकते। एक सांसद वाली पार्टी हो या फिर 100 सांसदों वाली यह दोनों भारतीय हैं और भारतीयों ने चुनकर ही भेजा है। उनकी बात सुनी जानी चाहिए और यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है। 

हालाँकि पहले सोशल मीडिया पर असदुद्दीन ओवैसी ने पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी कि उन्हें सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाया गया है। लेकिन उसके कुछ ही घंटे बाद गृह मंत्रालय से ओवैसी को फोन आया। इस बात की जानकारी खुद असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया को दी और उन्होंने कहा कि अभी गृह मंत्रालय से फोन आया है और हमें तुरंत दिल्ली बुलाया है सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए। 

हालांकि ओवैसी की पार्टी के अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जदयू भी सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हो रही है। पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यसभा सांसद संजय झा का कहना है कि बिहार में पीएम मोदी की रैली है और इसकी वजह से सभी बड़े नेता इस रैली में होंगे। इसलिए सर्वदलीय बैठक में पार्टी की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं होंगे। लेकिन हम बैठक में हर फैसले का समर्थन करते हैं , हम एनडीए के साथ है । उधर सर्वदलीय बैठक से पहले बिहार में चुनावी रैली के दौरान एक भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने साफ दुनिया को ऐलान कर दिया कि हम आतंकवादियों को उनकी कल्पना से परे ढूंढकर मारेंगे और मिट्टी में मिला देंगे।

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मैं एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का।

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