भारत-तालिबान की दोस्ती का दम, पाकिस्तान भेज रहा 150 ट्रक

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By Paridhi Sharma

अब से कुछ दिनों पहले तालीबान राज्य में मंत्री आमिर खान मुत्ताकी और भारतीय प्रतिनिधि मंडल के बीच मुलाकात हुई थी। मुलाकात की तस्वीर पूरी दुनिया के सामने आई और इसी तस्वीर के बाद पाकिस्तान में बवाल मच गया। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ फैसले लेते हुए यह तय किया कि वह अपनी जमीन के जरिए से किसी थर्ड पार्टी को भी व्यापार नहीं करने देगा। इसका सबसे ज्यादा नुकसान अफगानिस्तान को होता। नतीजन पाकिस्तान ने अफगानिस्तान और भारत को करीब आते हुए इस डर को महसूस किया और इस डर के पीछे अपने फैसलों से मुकरने का फैसला कर लिया। 

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान जाने वाले ट्रकों पर पूरी तरीके से रोक लगा दी थी। लेकिन अपने आप को घिरता देख और तालीबान के साथ तनाव ना बढ़े। इस बात को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान ने अफगानिस्तान जा रहे ट्रकों को जाने की इजाजत दे दी है। भारत से अफगानिस्तान जाने वाले 150 ट्रकों को पाकिस्तान ने छूट दी है।

बता दें पाकिस्तान द्वारा लिए गए फैसलों के बाद अफगानिस्तान जाने वाले ट्रकों को रोक दिया गया था। क्योंकि पाकिस्तान ने अपनी जमीन के जरिए से भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार पर रोक लगा दी थी। इसके बाद तालीबान गुस्से में था। तालीबान ने इसके लिए पाकिस्तानी सरकार से संपर्क साधा। नतीजन पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया और 150 से ज्यादा अफगान ट्रकों की आवाजाही के लिए पाकिस्तान को मंजूरी देनी पड़ गई। 

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को सूचित कर दिया है कि वह 150 से ज्यादा अफगान ट्रकों को पाकिस्तान की बाघा सीमा से भारत के अटारी तक जाने की अनुमति देगा। तालिबान ने पाकिस्तान से फंसे हुए ट्रकों को जाने की अनुमति देने को कहा था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद अटारी वाघा बॉर्डर से यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगाने का असर व्यापार पर साफ दिखाई पड़ रहा था। इसके बाद तालीबान टेंशन में था। नतीजन तालीबान राज्य ने पाकिस्तान सरकार से इस बात पर फिर से गौर करने के लिए कहा। पाकिस्तान ने अफगानी ट्रकों को भारत में दाखिल होने के लिए अपनी जमीन देने से इंकार किया था। लेकिन अब वह खुद इस फैसले से पीछे हट रहा है क्योंकि वह किसी भी कीमत पर तालीबान से दुश्मनी मोलना नहीं चाहता है।

इस समय पहले ही पाकिस्तान चारों तरफ से अपने दुश्मनों से घिर चुका है। बलूचिस्तान में बीएएलए से तनाव। अफगानिस्तान में टीटीपी कहर बनकर पाकिस्तान पर टूट रही है और दूसरी तरफ भारत। रही सही कसर। तालिबान सरकार ना पूरी कर दे। इस डर में पाकिस्तान ने अपने फैसले से यूटर्न भी ले लिया। नतीजन अफगानिस्तान से भारत आने वाले ट्रकों को मंजूरी दे दी गई है। यानी व्यापार अब फिर से चलेगा। पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया है।

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मैंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रही हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखती हूं।