पंजाब किंग्स एक ऐसी टीम है जो अभी तक एक बार भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीत पाई है। इस साल पंजाब किंग्स फोर्थ पोजीशन पर चल रही है। फिलहाल टॉप फोर में है। अच्छा कर रहे हैं। लेकिन मनोज तिवारी जो की फॉर्मर क्रिकेटर हैं उनको अभी भी ऐसा लगता है कि पंजाब Kings इस बार भी IPL ट्रॉफी नहीं जीत पाएगी।
अब क्यों नाराज हैं वो पंजाब किंग्स से? क्या है ऐसी वजह? तो वो कहते हैं कि उनकी गट फीलिंग है कि पंजाब किंग्स नहीं जीत पाएगी और उसकी वजह ये है कि इंडियन बैटर्स को ये लोग बैक नहीं करते हैं। फॉरेन प्लेयर्स को बैक कर रहे हैं जो कि फॉर्म में भी नहीं है। लेकिन उसके बावजूद उनको बैक किया जा रहा
है।
पंजाब किंग्स और कोलकाता नाइटराइडर्स का मुकाबला था। 200 रन लगाए पंजाब किंग्स ने लेकिन शायद वो ज्यादा भी बना सकते थे। अब वो कैसे? क्योंकि पंजाब किंग्स 158 फॉर वन थे। नौ विकेट उनके हाथ में थे 14 ओवर तक लेकिन 16 से 20 ओवर के टाइम पे आठ रन प्रति ओवर जा रहा था। और इस वजह से फिनिश ये लोग अच्छा नहीं कर पाए क्योंकि ये लोग ग्लेन मैक्सवेल को भेजते
हैं। सात रन बनाते हैं आठ गेंद में। मार्कोयसन सात बॉलों में तीन रन। अब ऐसे जब परफॉर्म करेंगे दो बल्लेबाज फिनिश करने के टाइम पे तो कैसे रन बनाएगी पंजाब किंग्स। मनचाहे रन वो नहीं बना पाए। हालांकि यह मैच दोनों टीमों को एक-एक पॉइंट मिल गया। क्युकी ये मैच धुल गया।
लेकिन पंजाब Kings के बारे में क्या ट्वीट किया है मनोज तिवारी ने पहले आप यह देखिये।
उन्होंने कहा कि अगर यह टॉप टू में भी चले जाए क्वालीफाई भी कर दें लेकिन मुझे नहीं लगता ये लोग जीतेंगे। क्यों? क्योंकि ये लोग अपने इंडियन बैटर्स को बैक नहीं कर रहे हैं। अब ग्लेन मैक्सवेल की परफॉर्मेंस इस साल क्या है? मार्कोयसन की बैट से क्या परफेंस है? क्या उनकी परफॉर्मेंस निहाल वडेरा और शशांक से बेहतर है जो उनको ऊपर भेजा गया है? क्यों रिकी पोंटिंग ने उनको ऊपर भेजा? अब यह एक सवाल है। अगर परफॉर्मेंस की बात की जाए तो ग्लन मैक्सवेल ने इस सीजन छह इनिंग्स खेली हैं और छह इनिंग्स में 48 रंस हैं। सिर्फ आठ की एवरेज है और स्ट्राइक रेट भी कुछ खास नहीं है। 97.95। तो क्यों भेजा मैक्सवेल को?
मनोज तिवारी ने कहा है कि अगर अभी भी उसी माइंडसेट के साथ पंजाब किंग्स जाएगी तो उनको नहीं लगता कि वह IPL ट्रॉफी जीत पाएंगे। तो ये सारी की सारी अपडेट थी। आपको इस बारे में क्या लगता है?