आज के समय में अच्छा क्रेडिट स्कोर होना कितना जरूरी है? यह हम में से शायद हर किसी को अंदाजा होगा। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर हमारी फाइनेंशियल हेल्थ का सबसे अहम हिस्सा बनता जा रहा है। आज का वो समय है कि चाहे होम लोन हो, कार्ड लोन हो या क्रेडिट कार्ड पर कम इंटरेस्ट रेट हर किसी को इस तरह की कोई ना कोई सुविधा लेने की जरूरत जरूर पड़ती है और हर जगह मजबूत क्रेडिट स्कोर जरूरी होता है। साथ ही आम इंसान में एक डर भी पनप रहा है। डर इस बात का कि कहीं आपसे कोई ऐसी फाइनेंशियल गलती ना हो जाए कि उसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ जाए।
आखिर कैसे आप अपनी फाइनेंशियल सेहत का अच्छा ध्यान रख सकते हैं? कैसे एक मजबूत क्रेडिट स्कोर बनाकर अपने लिए कई तरह के लोंस और क्रेडिट कार्ड पर इंटरेस्ट रेट कम करवाने जैसी सुविधाएं आसानी से ले सकते हैं।
अगर आपका स्कोर 650 के आसपास है और आप इसे 800 के करीब ले जाना चाहते हैं जिसको कि काफी अच्छा क्रेडिट स्कोर माना जाता है तो कुछ आसान से स्टेप्स आपकी मदद कर सकते हैं। आप 650 से 800 तक अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ा सकते हैं और वह भी आसान तरीकों से। आइए जानते हैं पांच ऐसे खास तरीके जो आपके काम आएंगे।
सबसे पहले तो सभी भुगतान समय पर करिए। दरअसल क्रेडिट स्कोर को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला फैक्टर है टाइमली पेमेंट। आपके स्कोर का लगभग 35% हिस्सा इसी पर निर्भर करता है। क्रेडिट कार्ड का बिल, लोन की ईएमआई या किसी तरह के बिल्स को समय पर चुकाना बेहद जरूरी है। साल 2025 में डिजिटल रिमाइंडर और ऑटो पेमेंट सेट करके आप अपनी पेमेंट डेडलाइन भूलने से बच सकते हैं। देर से पेमेंट करने पर ना केवल आपके ऊपर पेनल्टी लगती है बल्कि क्रेडिट स्कोर भी तेजी से गिरने लगता है।
दूसरा सबसे बड़ा कदम है कि आप अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो को कम रखें। क्रेडिट उपयोग अनुपात जिसे आम भाषा में क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो कहा जाता है। इसका मतलब है कि आप अपने क्रेडिट लिमिट का कितना हिस्सा खर्च कर सकते हैं। कोशिश करिए कि यह 30% से ज्यादा इस्तेमाल ना हो। एग्जांपल के लिए अगर आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा ₹1 लाख है यानी आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट ₹1 लाख है तो आप महीने में ₹30000 से ज्यादा खर्च ना करें। अगर खर्च ज्यादा हो रहा है तो क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का ऑप्शन आपके पास होता है। लेकिन यहां पर सबसे अच्छा तरीका यही होगा कि आप अपने खर्चों को सीमित रखें। इससे स्कोर पर अच्छा असर पड़ेगा।
इसके अलावा क्रेडिट रिपोर्ट की गलतियों को जरूर सुधार लें। कई बार क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी आपके स्कोर को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर चेक करें। अगर कोई गलती मिलती है तो तुरंत क्रेडिट ब्यूरो और संबंधित बैंक से उसको क्लेरिफाई करें और उसको सही करने की मांग करें। सही जानकारी अपडेट करवाने से स्कोर में अच्छा खासा सुधार आ जाएगा।
चौथा बड़ा स्टेप है क्रेडिट मिक्स को बेहतर बनाना। अगर आपके पास सिर्फ क्रेडिट कार्ड है तो स्कोर तेजी से नहीं बढ़ेगा। कोशिश करें कि आपके पास होम लोन, पर्सनल लोन या ऑटो लोन जैसी अलग-अलग क्रेडिट लाइंस का बैलेंस हो। अलग-अलग तरह के क्रेडिट को सही तरीके से मैनेज करने से क्रेडिट ब्यूरो आपकी फाइनेंशियल समझदारी को पॉजिटिव रूप में देखता है और आपका क्रेडिट स्कोर तेजी से बढ़ता है।
एक और खास बात का ध्यान रखें जो कि पांचवा बड़ा अहम कदम है। बार-बार नए क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई ना करें। अगर आप बार-बार नए कार्ड या लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो हार्ड इंक्वायरी के कारण स्कोर पर नेगेटिव असर पड़ता है। बेहतर यही होगा कि केवल जरूरत पड़ने पर ही नया कार्ड या फिर लोन लें। इससे आपका स्कोर स्टेबल रहेगा और समय के साथ मजबूत होता जाएगा।
तो इन पांच आसान तरीकों को अपनाकर आप धीरे-धीरे अपने क्रेडिट स्कोर को 650 से 800 तक ले जा सकते हैं। या अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है तो आप उसे और तेजी से बढ़ा भी सकते हैं। 2025 में डिजिटल टूल्स और क्रेडिट मॉनिटरिंग सर्विसेज का सही इस्तेमाल करके आप अपनी फाइनेंशियल कंडीशन को और भी ज्यादा मजबूत बना सकते हैं। लेकिन याद रखिए पेशेंस और डिसिप्लिन ही इस सफर की सबसे बड़ी कुंजी है। तो बस सावधानी थोड़ी सी और सही स्ट्रेटजी से आप भी पा सकेंगे शानदार क्रेडिट स्कोर।